Department Details
Department of Hindi
1) | राय, शशिकला (2021). इब्तिदा फिर वही कहानी. In के. सिंह(संपा.), कथा शिखर काशिनाथ सिंह. नई दिल्ली, भारत: कौटिल्य बुक्स. ISBN: ९७८९३९०८८५०६०. | ||
2) | राय, शशिकला (2021). नवा-ए राज है, ऐ दोस्त तेरी आवाज. कृष्णा सोबती से कृष्णा सोबती तक. कलकत्ता, भारत: प्रतिश्रुति प्रकाशन. | ||
3) | राय, शशिकला (2019). एक लंबी कविता का अंत. In ए. अरविंदक्षण(संपा.), हमारे समय में मुक्तिबोध (pp.२३७-२४३). नई दिल्ली, भारत: वाणी प्रकाशन. ISBN: ९७८९३८८६८४१९४. | ||
4) | राय, शशिकला (2019). मातृभाषा का महत्व. ज्ञानकोश. भारत: Rise Foundation. | ||
5) | भोसले, सदानंद (2019). मानवतावादी आलोचक आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी. In ज. त्रिपाठी(Ed.), क्रिटिक्स अँड क्रिटिसिसम (pp.३७६-३८०). पुणे, भारत: Centre of Advanced Study in Sanskrit, SPPU. ISBN: ९७८९३८५७८८०१७. | ||
6) | भोसले, सदानंद (2019). जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याइ नइ' नाटक का प्रतिपाद्य. In त्रिपाठी, जयंती, Influence of Sanskrit on Indian Language and Literature (pp.१२८-१३८). पुणे, भारत: Centre of Advanced Study in Sanskrit, SPPU. ISBN: 9789385788048. | ||
7) | घोडे, राजेंद्र (2018). इक्कीसवीं सदी की कविताओं में स्री-विमर्श . In विजयकुमार रोडे(Ed.), प्रतिरोध की संस्कृति और स्री - विमर्श (pp.२००-२०४). India: ए बी एस पब्लिकेशन . ISBN: ९७८९३८६०७७६१५. | ||
8) | राय, शशिकला (2015). जिजीविषा है तो जीवन रहेगा. अथ से अनन्त -२ आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी और उनका साहित्य. दिल्ली, भारत: यश पब्लिकेशन्स. ISBN: ९७८९३८४६३३१०३. | ||
9) | दवंगे, महेश (2015). भारतीय सिनेमा और समाज. In पुरुषोत्तम कुंद्रे(संपा.), सिनेमा के सौंदर्यशास्त्र. मथुरा: जवाहर पुस्तकालय. ISBN: ९७८८१८१११२९७२. | ||
10) | दवंगे, महेश (2015). नासिर शर्मा की कहानियों में स्त्री विमर्श. In विश्वनाथ भालेराव(संपा.), इक्कीसवी शताब्दी के प्रथम दशक का हिंदी साहित्य. पुणे: अक्षर प्रकाशन. ISBN: ९७८९३८४४७००५०. | ||
11) | दवंगे, महेश (2014). 'अक्षयवट' उपन्यास में बदलते जीवन मूल्य. In सदानंद भोसले(संपा.), इक्कीसवी सदी के शिखर उपन्यासों में संवेदना. कानपूर: विकास प्रकाशन. ISBN: ९७८९३८१२७९३२८. | ||
12) | दवंगे, महेश (2013). स्त्री संघर्ष की गाथा: दोहरा अभिशाप. In बी. के. कराळे(संपा.), २१ वी सदी का दलित साहित्य: संवेदना और स्वरुप. बीड: हर्षवर्धन पब्लिकेशन. ISBN: ९७८८१९२६८५१९९. | ||
13) | दवंगे, महेश (2013). 'बुतखाना' कहानी संग्रह में नैतिक मूल्य. In जी. एम्. नाज़िरुद्दीन(संपा.), हिंदी साहित्य में नैतिक मूल्य. अमरावती: आधार प्रकाशन. ISBN: ९७८९३८२५८८०२३. | ||
14) | दवंगे, महेश (2012). आधुनिक परिवार की त्रासदी : द्रौपदी. In सदानंद भोसले(संपा.), हिंदी नाट्य विमर्श. कानपूर: विकास प्रकाशन. ISBN: ९७८९३८१३१७६३१. | ||
15) | दवंगे, महेश (2012). स्त्री विमर्श: पश्च्यात परिप्रेक्ष्य. In शहाबुद्दीन शेख(संपा.), अल्पसंख्यकों का विचार विश्व. औरंगाबाद: न्यू वाईस पब्लिकेशन. ISBN: ९७८९३८२५०४११५. | ||
Publications Before 2011 |
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16) | राय, शशिकला (2009). नारी रचना संस्कार के पुरुष पात्र. स्त्री मुक्ति का सपना. नई दिल्ली, भारत: वाणी प्रकाशन. ISBN: ९७८९३५०७२३६८५. | ||
17) | राय, शशिकला (2007). तंत्र के माया जाल में आदमी बने रहने का संघर्ष. In सी. बांदिवडेकर(संपा.), गोविंद मिश्र सृजन के आयाम (pp.२३६-२४१). नई दिल्ली, भारत: वाणी प्रकाशन. ISBN: ८१७०५५२१६८. | ||