Journal Articles
| 6591) | रोंगटे, तुकाराम (2014). आदिवासी कवितेतून जागतिकीकरणाचे झालेले चित्रण . हाकारा,
4, १५-२२.
ISSN(print/online): 2348-490X.
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| 6592) | रोंगटे, तुकाराम (2014). आदिवासी जीवन, कला आणि संस्कुतीचे प्रतिक : ढोल. फडकी मासिक,
ISSN(print/online): 2319-6033.
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| 6593) | देशपांडे, राजेश्वरी (2014). आम आदमी पार्टी आणि तिचे नैतिक पेच. महा अनुभव,
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| 6594) | दीक्षित, श्रीधर(राजा) (2014). इतिहासाच्या अतिसंवेदनशील युगाची ललकारी. इतिहास शिक्षक,
३९, १४-२१.
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| 6595) | मांडे, कांचन (2014). इंद्र-विरोचन-कथा. Samaveda-Darsana,
११६-११८.
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| 6596) | कुंभार, राजेंद्र (2014). उच्च शिक्षणातील नवप्रवाह आणि शौक्षणिक ग्रंथालयांचा प्रतिसाद. ज्ञानगंगोत्री,
(1-2), 4-30.
ISSN(print/online): 2231-6507,
URL/DOI: http://ycmou.digitaluniversity.ac/WebFiles/B-14-15-69_Gyangangotri_June%20to%20November%202014.pdf
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| 6597) | खरात, शैलेंद्र (2014). उत्तर प्रदेश: मोदी लाटेचे विश्लेषण. समाज प्रबोधन पत्रिका,
५२ (२१७), ४१-४७.
ISSN(print/online): 0973-2845.
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| 6598) | देशपांडे, राजेश्वरी (2014). क्या चाहती हैं वोटर औरतें ?. प्रतिमान,
१७३-१८२.
ISSN(print/online): 2320-8201.
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| 6599) | पळशीकर, सुहास (2014). केरळ: दोन आघाड्यांमध्ये लपलेला विस्कळीतपणा. परिवर्तनाचा वाटसरू,
२१-३१.
ISSN(print/online): 2250-3145.
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| 6600) | पळशीकर, सुहास (2014). काँग्रेस- उत्तर काळातील संरचनात्मक कलाटणी देणारी निवडणूक. समाज प्रबोधन पत्रिका,
५२ (२०६), ४-१४.
ISSN(print/online): 0973-2845.
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